शुक्रवार, 26 दिसंबर 2008
नये साल का संकल्प
मै इस संसार में हारने के लिये नहीं आया हूँ ,
न ही मेरी शिराओं में असफलता प्रवाहित हो रही है ।
मै कोई भेड़ नहीं जिसे कोई गडिर्या हाँके।
मै एक शेर हूँ और मै भेडो़ की झुँड की तरह
बात करने, चलने और सोने से इंकार करता हूँ।
असफलता की बलिवेदी मेरा भाग्य नहीं बन सकती।
मै तब तक जुटा रहूँगा जब तक मै सफल ना हो जाऊँ ।
नये साल में मै ये करूँगा
अगर मै दुखी हूँ तो मै हँसूंगा ।
अगर मै बीमार हूँ तो दुगुना काम करूँगा ।
अगर मुझे डर लगता है तो तेजी से मै आगे बढ़ जाऊँगा ।
अगर मै खुद को हीन समझता हूँ तो नये वस्त्र पहनूँगा ।
अगर मै अनिश्चय की स्थिति में हूँ तो मै अपनी आवाज बढा़ लूँगा ।
अगर मै गरीबी का अनुभव करता हूँ तो मै आगे आने वाले दौलत के बारे में सोचूँगा ।
अगर मै खुद को अयोग्य समझता हूँ तो अपनी पिछली सफलता के बारे में सोचूँगा ।
अगर मै खुद को महत्वहीन समझता हूँ तो मै अपने लक्ष्यों के बारे में सोचूँगा ।
बुधवार, 24 दिसंबर 2008
मुझे इतनी उँचाई कभी मत देना
मेरे प्रभु,मुझे इतनी उँचाई कभी मत देना,
बुधवार, 3 दिसंबर 2008
सफल होने के लिये प्लान जरूरी
दिया गया ,और कहा गया कि तुम्हें १२ घंटे
में इसमें से बाहर निकलना है।मक्खी बहुत
ही आशावादी व उत्साहित थी,वह दूर से उड़ती
हुई आती है और दिवार से टकरा जाती है,वह
बार-बार ऐसा करती है हार नहीं मानती है
और अन्त में वीर गति को प्राप्त हो जाती है।
अब दूसरी मक्खी को यही कार्य दिया जाता
है,वह पहले ६ घंटे सोचती है फिर बगल में
एक छेद देखती है और उससे निकल जाती
है।
केवल उत्साहित व आशावादी होने से कुछ
नहीं होता सफल होने के लिये आपके पास
प्लान होना चाहिये।
दुनिया का सबसे असफल आदमी
जो पहले स्टोर कीपर बना
परन्तु असफल रहा
फिर इंजीनियरिंग की
पढ़ाई की ,अफसोस
असफल रहा
सेना में कप्तान बना परन्तु
निकाल दिया गया
उसने एक युवती से प्रेम किया
पर सादी से पहले ही वह युवती
टपक गई(भगवान को प्यारी)
कानून की पढा़ई की और
जबर्दस्त असफलता हासिल
की
राजनीत में कदम रखा
और आरम से दस बारह
चुनाव हार गया
आप जानना चाहेंगे वह आदमी कौन था
वह और कोई नहीं अमेरिका के महान
राष्ट्रपति लिंकन ही थे।
हर काली रात के बाद सुहानी सुबह जरूर आती है।
मेरा फ़ेवरेट विडिओ
हैएकदम पावरफुल यह आपको
सोचनेपर मजबूर कर देगा।
सायद यह आपव आप की सफलता
के पहले वालाकदम साबित हो।
हम सब का जन्म सफल होने के लिये हुआ है।
सोमवार, 1 दिसंबर 2008
मरफी के नियम-३
- विश्व की महानतम खोजों के पीछे मानवीय भूलों का हाथ होता है।
- यदि आप समझते हैं कि आप विज्ञान या औरत या कंप्यूटर को जानते हैं तो सही मायने में आप विशेषज्ञ नहीं हैं।
- प्रमेय-हर सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है।
- उपप्रमेय-हर असफल आदमी के पीछे दो औरतों का हाथ होता है।
- बास के आगे और गधे के पीछे कभी ना चलें।
- पीठ पर साबासी की थपकी और कुल्हे पर लात पड़ने के बीच कुछ इन्च का अन्तर होता है।
- सफलता भाग्य पर ही निर्भर करती है किसी भी असफल से पूछ के देख ले।
- जो चीज गूगल में ना मिले उसका अस्तित्व ही नहीं है।
- जो ब्लाग आप अरूचि पूर्वक लिखते हैं उस पर आप को ढेरों प्रशंसा मिलती है।
- किसी आफिस में किसी अधिकारी का अधिकार उसके द्वारा रखे जाने वाले पेनों की संख्याके विलोमानुपाती होता है।
रविवार, 30 नवंबर 2008
भगवान आप के लिये कुछ सोच रहें हैं
अरे भाई आगे तो सुनिये उस आदमी ने प्रकृति द्वारा किये गये इस अन्याय का सूद समेत बदला ले लिया।
उन्होंने हार नहीं मानी बल्कि बिना हाथ के ही साइकिल चलाना सिखा व साइकिल पर तरह तरह के करतब दिखाने लगे।
पहले उन्हें कोई नहीं जानता था अब उन्हें पूरा फतेहपुर क्या पूरा यूपी जानता है।
यदि आपकी जिन्दगी में दुख हो,अन्धेरा हो तो ध्यान दे शायद भगवान आप के लिये कुछ सोच रहें हैं।शायद वे आप से कुछ कराना चाहते हैं।
मरफी के नियम-२
घर पर बाल पेन की उप्लब्धता उसकी आवश्यक्ता के विलोमानुपाती होती है।
हर आदमी के पास धनवान बनने की योजनायें होती हैं ये अलग बात है कि वे काम नहींकरती।
जानवरों से प्रेम करो क्योंकि वे स्वादिष्ट होते हैं।
पडोसियों से प्रेम करना चाहिये मगर कभी पकड़ा नहीं जाना चाहिये वरना बडी़ कुटाई होती है।
आप के सामने वाली लाईन ज्यादा तेज चलती है यदि आप लाईन बदल लेते हैं तो भी ये सही है।
प्यार और जुकाम में अन्तर सिर्फ इतना है कि जुकाम का अब वैक्सिन उपल्बध है।
प्यार में पडने से पहले अपना बैक अप बना लें रिकवरी में आसानी होगी।
प्रमेय-आप के पडो़स की लाईबरेरी में काम लायक एक भी कितब उपल्बध नहीं होती।
उपप्रमेय-आप के काम की किताबें दूर वाली लाईबरेरी में उप्लब्ध होती हैं।
मंगलवार, 25 नवंबर 2008
खुस होने के नियम
आप खुस होना चाहते हैं तो दूसरों को खुस करें बस सीधा सा नियम है
नीचे कुछ कुस होने के तरीके दिए जा रहें आप को भी कुछ तरीके मालूम हो तो मुझे अवश्य बताएं
गली के सभी पिल्लों को नहला दें।
पाँच नये ब्लागरों को रोजना कमेन्ट दें।
ब्लाग लिखें।
किसी शापिंग माल में जाये, मंहगे कपड़े पहने,मोबाईल से फोटो खिंचे,खरिदी न करें।
स्कुल बस में बच्चों को देखकर हाथ हिलायें।
किसी रोते को हसाँये।
अपने लिये फूल खरीदें दुसरे को दें।
अपने आप को पत्र लिखें।
किसी दिन हर बात पर असहमत हों।
लिफ्ट में अकेले हों तो नाचें।
अपना कमरा साफ करें।
खुद मेहमान बनकर अपनी ही खातिरदारी करें।
किसी को प्रोत्शाहित करें।
किसी जानवर की फोटो लें,नीचे लिखे मिसिंग,लोगो से उसके बारे में पूछें।
कोई गाना लिखें व छत पर चिल्लाकर गायें।
गुल्ली डंडा खेलें।
आकर्षण का नियम-भाग एक
कोइ गाना गुनगुना रहें हैं और जैसे ही साम को
आप अपना रेडियो खोलते हैं तो वही गाना रेडियो
पर आ रहा हो।मेरे साथ ऐसा कई बार हुआ है।
याद करिये जब आप छोटे थे और जब आप
क्रिकेट खेलते थे तो किसी महत्वपूर्ण मैच में
आप कुछ खास नहीं कर पाते थे।जबकि
प्रैक्टिस मैच में आप हरदम बढी़या खेलते थे।
जब आप स्कुल के दिनों में थे तो परीक्षक के सामने
आपकी कैसी घिग्घी बध जाती थीऔर आप उन प्रश्नों
के भी उत्तर नहीं बता पाते थे जो आप को अच्छे से याद होते थे।
क्या आपने ऐसा सोचा है कि ऐसा क्यों होता है?
अगली लाइन ध्यान से पढिये।
चाहे आप मुम्बई के हों चाहे बिहार के या
यूपी के या दिल्ली के या आप दुनिया
के किसी भी देश के हों।
हम सब एक ही नियम से काम कर रहें हैं।
उस नियम का नाम है "आकर्षण"।
आप के जीवन में जो कुछ भी हो रहा
है आप उसे आकर्षित कर रहें हैं।
चाहे रेडिओ पर गाना बजना हो या मैच में
खराब प्रदर्शन या परीछक के सामने हडबडाना।
आप दिन भर गाने के बारे में सोचते हैं और साम को रेडियो पर उसे आकर्षित कर लेते हैं।
क्या परीछक के सामने जाने से पहले आप ये नहीं सोचते कि कहीं मै ठीक से उत्तर ना दे पाउँ और आप इसी को आकर्षित कर लेते हैं मैच में भी यही होता है।
"यदि आप वाकई कुछ चाहते हैं तो उसे प्राप्त करने की स्थितियाँ भी पैदा कर लेगे"
सोमवार, 24 नवंबर 2008
दो मिनट में मोटिवेट हों
जब आप को लगे आप कुछ नहीं कर सकते
जब आप निराश हों
जब आप को लगे सारा सिस्टम ख़राब है
यह दो मिनट का विडियो देखें मेरा दावा है
इसे देखते ही आप मोटिवेट हो जायेंगे
रविवार, 23 नवंबर 2008
सफलता के चार नियम
one night @the call centreपढ़ी उसमें
मुझे भगवान का फोन करनाव सफलता के
चार नियम बताना सबसे अच्छा लगा।
चलिये वो नियम मै आपकोभी बताता हूँ।
पहला नियम-सफल होने के लिये मनुष्यमें थोडी़ बहुत बुद्धिमानी होनी चाहिये।
दूसरा नियम-मनुष्य में थोडी़ बहुत कल्पना-शक्ति होनी चाहिये।
तीसरा नियम-मनुष्य में आत्मविश्वास होना ही चाहिये।
चौथा नियम-चौथा नियम सुनकर सायद आपचौंक जाएँ।
चौथा नियम है असफलताआप जितने भी सफल
आदमियों
को जानतें होसबके बारे में विचार करें तो वे पहले
असफल हुयेफिर जा के सफल हुये।चाहे वे गाँधी जी हो,
अटल जीहों,कलाम जी हों,लिंकन हों,टाटा हों,बिल गेट्स
हों न्युटन हों आइनस्टीन हों या कोइ अन्य।
किसी ने ठीक ही कहा है
,"यदि आप सफल होना चाहते हैंतो अपनी असफलता की दर दुगनी कर दें"
जब तक आप असफल नहीं होगे तबतक आपकी
हँसी कैसेउडा़ई जायेगी ,आप गिरेंगे नहीं तो आप
का मजाक कैसे बनायाजायेगा,आप को नकारा कैसे
सिद्ध किया जा सकता है और जबतक ऐसा नहीं
होगा तब तक आप कैसे अपने आप को साबितकर
सकते हैं।आज हम लगभग जितनी भी अच्छे
वस्तुओं का उपयोग कर रहेंहैं वे दरसल ये
कुछ शुरू में हारे लोगों की सनक का नतीजा है।
ए सीक्रेट लेटर टू माईसेल्फ
एकबार उन्होंने खुद को एक पत्र
लिखा,"ए सीक्रेट लेटर टू माईसेल्फ"।
उसमेंउन्होंने आने वाले दस वर्षों में अपनी इच्छाओं का
का ब्योरा दिया तथा लिखा किआने वाले
दस वर्षों में वे दुनिया के सबसेलोकप्रिय अभिनेता बनेंगे।
इस पत्र को वे हमेशाअपने पास रखते थे।1973 में
फिल्म "एंटर द ड्रैगन"रिलीज हुई और वह
सबसे ज्यादा पारिश्रमिक पानेवाले नायकों
की सूची में आ गये।हालीवुड में इसपत्र को
आज भी सभांल कर रखा गया है।
ये हुई इनकी बात अब सफल होने कीबारी आपकी है
क्यों नहीं खुद को एक पत्रलिखा जाय।
नया साल आने वाला है क्योंना नये साल में हम कुछ नया करें।
आप आने वाले साल में क्या पाना चाहतेहैं उसकी
लिस्ट बनायें और रोज रात को सोने से पहले उसे
एक बार अवश्य पढे़।
नया साल आपके जीवन में ढेर सारी खुसीयाँ लाये।
शुक्रवार, 21 नवंबर 2008
दुख से कैसे लडे़
जब हम दुखी होते हैं तो हमारे सोचने की छमता लगभग खत्म हो जाती है।
डाक्टर कैरेले के अनुसार "जो व्यक्ति दुख से लड़ना नहीं जानता वह जल्दी मर जाता है।"
ये कुछ कारण हैं कि क्यों हमें दुखी नहीं होना चाहिये।
दुख से बाहर निकलने के उपाय
दुखी होना या खुस होना हमारे दिमाग के सोचने के तरीके पर निर्भर करता है।
"मै दुखी था कि मेरे पास जूते नहीं हैं तभी मै देखता हूँ कि एक व्यक्ति
गा रहा है जबकि उसके पैर ही नहीं है।"
न्युटन का तृतीय नियम तो आप जानते ही होंगे प्रत्येक क्रिया की प्रतिक्रिया होती है अत: आज दुख है तो कल सुख भी होगा।
फिजिक्स में एन्टीकण के बारे में तो पढा़ ही होगा इलेक्ट्रान व पाजिट्रान एक दूसरे के एन्टीकण होते हैं ये एक साथ नहीं हो सकते।इसी तरह सुख व दुख भी एक साथ नहीं हो सकते अत: अब जब भी कभी आप दुखी होते हैं तो उस समय के बारे में सोचने लगिये जब आप खुस थे जैसे जब आप घूमने गये थे इत्यादि।आप का दुख छूमन्तर हो जायेगा।
शुक्रवार, 14 नवंबर 2008
मरफी के नियम
ये मरफी महोदय कौन है ये तो मैं नहीं जानता पर इनके नियम बहुत मजेदार हैं।
कुछ भी अटपटा सा जो कि सत्य भी हो वो मरफी का नियम कहलाता है।इनके
कुछ नियम निम्न हैं-
• सिर्फ मरफी का नियम जानने से कुछ नहीं होता।
• मरफी़ का दर्शन-आज मुस्कुरा लो.........क्यों कि कल तो और भी बुरा होगा।
• बुरा होता है तो सब एक साथ होता है।
• मरफी़ का स्थिरांक-पदार्थ अपने मूल्य के सीधे अनुपात में क्षतिग्रस्त होता है।
• अपने बच्चों का जन्मदिन घर पर मनायें,ताकि उनके दोस्तों को देखकर आप ये जान सकें
कि आप के बच्चों से भी शैतान बच्चे इस दुनिया में होते हैं।
• मरफी के ब्लाग का नियम-आप सोचते हैं कि मेरे इस पोस्ट पे ढ़ेर सारे कमेन्ट
मिलेंगे तो उस पे कोई कमेन्ट नहीं मिलता इसका उल्टा भी सत्य है।
• अगर आप का दो रूपया खो गया है तो आप को दो रूपया ही मिलेगा ज्यादा मत खोजें।
• सभी चीजों का स्वाद एक जैसा होता है अच्छा या बुरा।
• यदि आप अपना प्रभाव बढ़ाने के लिये कुछ कहते हैं तो यकिन मानिये आपका प्रभाव कम होता है।
मंगलवार, 4 नवंबर 2008
काम की बातें
वह गुजर गया कुछ न कर-हार कर (जेम्स अलबरी)
जो जरूरी है उससे शुरू करे,फिर जो मुमकिन है वह करे,और आप अचानक पाएगे कि आप नामुमकिन
काम भी करने लगे है।(सेन्ट फ़्रान्सिस)
सपने जरूर देखे क्योकि हर सपना लक्ष्य से पहले आता है (अज्ञात )
मुझे रास्ता जरूर मिलेगा यदि नही मिला तो मै अपना रास्ता ख़ुद बना लूंगा ( अज्ञात )
यदि आप वाकई कुछ चाहते है तो आप उसे प्राप्त करने की स्थितिया भी पैदा कर लेंगे (चेरे )
रविवार, 2 नवंबर 2008
हारने के लिये नहीं आया
मै तब तक जुटा रहूँगा जब तक
कि मै सफल ना हो जाऊँ,
मै इस संसार में हारने के लिये
नहीं आया हूँ,न ही मेरी शिराओं
में असफलता प्रवाहित हो रही है
मै कोई भेड़ नहीं जिसे कोई
गडेरिया
हाँके।मै एक शेर हूँ और मै भेड़ की
तरह चलने या बात करने से
इन्कार करता हूँ।
बुधवार, 15 अक्तूबर 2008
" विजय की शुरूआत प्रारंभ से होती है"
"वह हासिल करने की कोशिश करें जिसके आप हकदार हैं"
"वह हासिल करने की कोशिश करें जिसके आप हकदार हैं"
शनिवार, 31 मई 2008
body language
कुछ लोगों की आँखे छोटी होती हैं, कुछ की बडी़।बडी़ आँख वाले लोग भोले होते हैं यह भी कह सकते हैं कि उन्हें आसानी से मुर्ख बनाया जा सकता है।छोटी आँख वाले लोग शातिर होते है जैसे रिकी पोन्टिंग इनसे हमेसा सावधान रहना चाहिये।
body language
अगर कोई अपना हाथ अपने मुहँ पर ले जा कर रखता है तो इसका मतलब है कि वह या तो असुरछित मह्सूस कर रहा है या कोइ निर्णय लेने जा रहा है।
जब हम छोटे होते हैं और असुरछित मह्सूस करते है तो अपना मुँह अपनी माँ के
गोद मे छुपा लेते हैं वही आदत बडे़ होने पर भी लगी रहती है।
कहानी
पहाड़ पर एक लड़की अपनी पीठ पर अपने भाई को लादकर उपर चढ़ रही थी।
जब एक राह्गीर ने यह देखा तो उसने सहानुभूतिपूर्वक कहा,"अरे,इतनी छोटी लड़की
और इतना भारी बोझ?"लड़की ने कहा,"बोझ?कौन सा बोझ?"राह्गीर ने उसके भाई
की तरफ इशारा करते हुये कहा,"इसका बोझ।"लड़की ने मुस्कुराते हुए कहा,"यह बोझ नहीं है;यह तो मेरा भाई है।"राह्गीर आवाक सा खाड़ा रह गया।
कहानी
जब ज्यादातर लोग अपने पर्स या पाकेटबुक्स में देखते हैं ,तो क्रेडिट कार्ड, बच्चों की तस्वीरों और हरे टिकटों के नीचे आमतौर पर मुड़ी-तुडी़ कविता रखी होती है।मैं कुछ समय पहले अपने पर्स की साफ सफाई कर रहा था।वहां पर मुझे ढे़र सारे आईओयू मिले,जिनमें कुछ का कर्ज तो मुझे ३० साल पहले चुकाना था।
अजीब बात यह है कि ये सारे आईओयू एक ही व्यक्ति के नाम है और मुझ पर उसका ढेर सारा कर्ज है।मुझे लगता है कि मुझे इसी समय उस कर्ज का हिसाब देना चाहिये।
मम्मी, क्या आप सुन रहीं हैं?
मम्मी,मुझे आपका बहुत सारा उधार चुकाना है बहुत सारी सेवाओं की कीमत अदा करनी हैं।उदाहरण के लिए,रात को आप पहरेदार का काम करती थीं।मेरे खासने और रोनेकी आवाज सुनकर आप जाग जाती थीं
और जब मैं रात को देर से घर लौटता था,तो आप चरमराते फर्श की आवाज सुनने का इंतजार करतीं रहती थीं।आपकी आँखॆ बाज की तरह तेज थीं और आप शेरनी की तरह दहाडती थीं,लेकिन आपका दिल बहुत विशाल था।मुझे आपकी कुक, शेफ और बेकर की सेवाओं का उधार चुकाना है-हैम बर्गर.टर्की,मछली बनाने और दो लडकों को बड़ा करने की सेवाओं का भी।मुझे आपकी सफाई की सेवाओं का उधार चुकाना है।आप हर दिन मेरे चेहरे और कानोंको साफ करतीं थीं-सारा काम हाथ से होता था-और छोटे से लडके के पैंट से बार बार धूल झाडती थीं,ताकि वह हमेशा बेदाग जिंदगी जिए।और बचपन के आंसू पोंछाना तथा बढ़ते बच्चे की समस्याओं को मिटाना,जो कोई लान्ड्री कभी नही कर सकती।
मुझे बाडीगार्ड के रूप में आपकी सेवाओं का उधार चुकाना है-तूफानों और बुरे सपनों और बुरे सपनों और युवाअवस्था की ढेर सारी डरावनी चीजों के आतंक से मुझे बचाने के लिये।
और ईश्वर जानता है कि बीमारी में मेरा ध्यान रखने के लिये मुझे आपका कितना उधार चुकाना है-अपने खसरे,गल्सुए,चोंटो कटने-फटने और बुखार में मेरी देखभाल की थी।और हमें डाक्टरी सलाह को नहीं भूलना है-ओह नहीं
-आपने मुझे बहुत सी महत्वपूर्ण बातें बताई है-घाव को खुजाओगे तो यह ठीक नहीं होगा मुझे आपका यह उधार भी चुकाना है
कि मैं जिस भी आवारा कुत्ते को घर ले आता था,आप उसे खिलाती पिलाती थीं।मुझे मनोरंजन के लिये भी आप का उधार चुकाना है-जिसकी वजह से घर बहुत मुश्किल दौर से गुजर पाया-दिवाली ,होलीऔर जन्म दिन के समारोह-और आपने बहुत ही कम खर्च ये समारोह मनाए।
मुझे निर्माण कार्य के लिये भी आपका उधार चुकाना है-पतंगे,आत्मविश्वास, आशाएं और सपने बनाने के लिये किसी तरह आपने उन सभी को आसमान तक पहुँचा दिया।और परीवार को ईकठ्ठा रखने के लिये भी मुझे आपका उधार चुकाना है,जिससेयह बुरे से बुरे थपेडो़ और झटकों के बावजूद खड़ा रह पाया।आपनें एक ऐसी ठोस नींव रखी,जिस पर मेरी जिन्दगीं का महल खडा़ हो सके।
मुझे लाने-ले जाने के लिए भी आपका उधार चुकाना है जीवन की उन आवश्यकताओं के पुर्ति के लिये,जो एक बढ़ते हुए बच्चे को पूरी करनी ही थीं।जैसे ऊंचे जूते,जिनमे बगल में छोटी जेब हो।और मम्मी एक चीज कभी नहीं भूल पाऊंगा-जब एप्पल पाई के सिर्फ दो टुकडे़ बचते थे और तीन लोग भूखे होते थे,तो आप ही होती थीं,जो अचानक यह फैसला करती थीं कि आपको एप्पल पाई नहीं चाहिए।मैंने सिर्फ चन्द चीजें गिनाई हैं।इनके अलावा और भी बहुत सी चीजे हैं,जिनके लिये मुझे उधार चुकाना है।जिस व्यक्ति को मुझे यह उधार चुकाना है,उसने बहुत सस्ते मे यह कार्य किया।उसने अपनी जरूरतों क त्याग करके यह सब किया।
मेरे आईओयू इतने ज्यादा हैं कि मै कभी उनका भुगतान कर सकता।लेकिन अच्छी बात यह है कि मैं जानता हूं कि वे सारे बिलों पे लिख देंगी,’पूरा अदा किया’शर्त सिर्फ इतनी है
कि मुझे उन्हें एक बार चूमना होगा और ये छ्ह शब्द कहने होंगे-
मम्मी मैं आपसे प्यार करता हूं।