एक बार एक मक्खी को कमरें में बन्द कर
दिया गया ,और कहा गया कि तुम्हें १२ घंटे
में इसमें से बाहर निकलना है।मक्खी बहुत
ही आशावादी व उत्साहित थी,वह दूर से उड़ती
हुई आती है और दिवार से टकरा जाती है,वह
बार-बार ऐसा करती है हार नहीं मानती है
और अन्त में वीर गति को प्राप्त हो जाती है।
अब दूसरी मक्खी को यही कार्य दिया जाता
है,वह पहले ६ घंटे सोचती है फिर बगल में
एक छेद देखती है और उससे निकल जाती
है।
केवल उत्साहित व आशावादी होने से कुछ
नहीं होता सफल होने के लिये आपके पास
प्लान होना चाहिये।
दिया गया ,और कहा गया कि तुम्हें १२ घंटे
में इसमें से बाहर निकलना है।मक्खी बहुत
ही आशावादी व उत्साहित थी,वह दूर से उड़ती
हुई आती है और दिवार से टकरा जाती है,वह
बार-बार ऐसा करती है हार नहीं मानती है
और अन्त में वीर गति को प्राप्त हो जाती है।
अब दूसरी मक्खी को यही कार्य दिया जाता
है,वह पहले ६ घंटे सोचती है फिर बगल में
एक छेद देखती है और उससे निकल जाती
है।
केवल उत्साहित व आशावादी होने से कुछ
नहीं होता सफल होने के लिये आपके पास
प्लान होना चाहिये।