शुक्रवार, 14 नवंबर 2008

मरफी के नियम

मरफी के नियम
ये मरफी महोदय कौन है ये तो मैं नहीं जानता पर इनके नियम बहुत मजेदार हैं।
कुछ भी अटपटा सा जो कि सत्य भी हो वो मरफी का नियम कहलाता है।इनके
कुछ नियम निम्न हैं-
• सिर्फ मरफी का नियम जानने से कुछ नहीं होता।
• मरफी़ का दर्शन-आज मुस्कुरा लो.........क्यों कि कल तो और भी बुरा होगा।
• बुरा होता है तो सब एक साथ होता है।
• मरफी़ का स्थिरांक-पदार्थ अपने मूल्य के सीधे अनुपात में क्षतिग्रस्त होता है।
• अपने बच्चों का जन्मदिन घर पर मनायें,ताकि उनके दोस्तों को देखकर आप ये जान सकें
कि आप के बच्चों से भी शैतान बच्चे इस दुनिया में होते हैं।
• मरफी के ब्लाग का नियम-आप सोचते हैं कि मेरे इस पोस्ट पे ढ़ेर सारे कमेन्ट
मिलेंगे तो उस पे कोई कमेन्ट नहीं मिलता इसका उल्टा भी सत्य है।
• अगर आप का दो रूपया खो गया है तो आप को दो रूपया ही मिलेगा ज्यादा मत खोजें।
• सभी चीजों का स्वाद एक जैसा होता है अच्छा या बुरा।
• यदि आप अपना प्रभाव बढ़ाने के लिये कुछ कहते हैं तो यकिन मानिये आपका प्रभाव कम होता है।

7 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छा लिखा है. ब्लॉग जगत मैं आपका स्वागत है.

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  2. अच्छी शुरुआत प्रशांत भाई,

    जारी रखें

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  3. ब्लोगिंग जगत में आपका स्वागत है. खूब लिखें, खूब पढ़ें, स्वच्छ समाज का रूप धरें, बुराई को मिटायें, अच्छाई जगत को सिखाएं...खूब लिखें-लिखायें...
    ---
    आप मेरे ब्लॉग पर सादर आमंत्रित हैं.
    ---
    अमित के. सागर
    (उल्टा तीर)

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  4. sundar likha hai...swagat hai...but i think make ur own Rules.....its batter than others....

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  5. भावों की अभिव्यक्ति मन को सुकुन पहुंचाती है।
    लिखते रहि‌ए लिखने वालों की मंज़िल यही है ।
    कविता,गज़ल और शेर के लि‌ए मेरे ब्लोग पर स्वागत है ।
    मेरे द्वारा संपादित पत्रिका देखें
    www.zindagilive08.blogspot.com
    आर्ट के लि‌ए देखें
    www.chitrasansar.blogspot.com

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