महान फ्रांसिसी पेन्टर रेनुआ गठिया रोग से पीडि़त थे।परन्तु फिर भी वे पेन्टिंग करते थे।ब्रश पकडने में उन्हें असहनीय पीडा़ उठानी पड़ती थी।एक दिन उन्हें ऐसा करते देख उनके मित्र ने कहा कि आखिर वो ऐसा क्यों करते हैं?
पियरे रेनुआ ने कहा,"दर्द का क्या है वो तो गुजर जाता है,परन्तु खू़बसूरती रह जाती है।