बुधवार, 7 अप्रैल 2010
दो भाई
दो भाई अपने खेत में एक साथ काम करते थे।उनमें से एक शादी-शुदा था और उसके बच्चे भी थे।दूसरा कुँआरा था।हर शाम को दोनो भाई फसल और मुनाफे को बराबर-बराबर बाटँ लेते थे।
फिर एक दिन छोटे भाई ने सोचा,"यह ठीक नहीं की फसल और मुनाफे में से बराबर हिस्सा लें।मैं अकेला हूँ और मेरी जरूरतें कम हैं ।इसलिए मेरे भाई को ज्यादा मिलना चाहिए"।हर रात वह अपने खेत से एक बोरा उठाता व अपने भाई के खेत में रख आता।
शादी शुदा भाई ने सोचा,"यह ठीक नहीं की दोनों भाई फसल और मुनाफे में से बराबर हिस्सा लें।मै शादी शुदा हूँ और मेरा देखभाल करने के लिए पत्नी व बच्चे हैं।मेरा छोटा भाई अकेला है उसे अधिक मिलना चाहिए।हर रात वह अपने खेत से एक बोरा उठाता व अपने भाई के खेत में रख आता।
दोनों भाई बरसों तक हैरान होते रहे कि उनके बोरे कम क्यों नहीं होते।एक रात को दोनों भाई आपस में टकरा जाते हैं और अपने बोरे पटककर एक दूसरे को गले लगा लेते हैं।
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