अधिकतर लोगों के सोचने का तरीका ये होता है जैसे-
मेरे पास वैसा घर नहीं जैसा मैं चाहता हूँ,
मेरे पास वैसी कार नहीं जैसी मै चाहती हूँ,
मेरे पास वैसी बीबी व बच्चे नहीं जैसा मै चाहता हूँ,
मेरे पास वैसी सेहत नहीं जैसा मै चाहता हूँ इत्यादि इत्यादि..
हमारा अवचेतन दिमाग सही या गलत में फर्क नहीं जानता
यह हमें वही देता है जो हम इससे माँगते हैं।
अच्छा माँगेगे अच्छा मिलेगा बुरा तो बुरा।
हमारे सोचने का तरीका ऐसा होना चाहिए-
मेरे पास अच्छा घर है पर मैं चाहता हूँ और अच्छा हो जाए,
मेरे पास अच्छा काम है और यह और अच्छा हो सकता है,
मेरी सेहत अच्छी है और यह और अच्छी हो सकती है।
इस तरह सोंचे आप अवश्य सफल होगें।
हम सब का जन्म सफल होने के लिए हुआ है।