सोमवार, 31 मई 2010
इच्छा शक्ति की ताकत
"वे मेरी आत्मा नहीं काट सकते जब तक कि मै जिन्दा हूँ"
यह कथन था पंजाब के गायक बन्त सिंह का।
उनके हाथ पैर निर्दयता से काट डाले गये थे।
उनके आँखो के सामने ही उनकी नाबालिक लडकी के साथ रेप किया गया था।
इस ह्रदय द्रावक घटना ने उन्हें अपाहिज नहीं किया बल्कि,
ब्रिटेन ,अमेरिका व पूरे दक्षिण एशिया में लोगों को एकजुट कर दिया।
और इस घटना से गरीबों व असहायों को उनका मशीहा मिल गया।
उन्होंने कहा,"मेरे अंग काट दिए गये हैं पर मेरी जुबान कायम है और
मै जब तक जिन्दा हूँ गरीबों व असहायों के लिए लडता रहूगाँ।
गुरुवार, 20 मई 2010
छोटी-छोटी मगर मोटी बातें
एक
जब लोग आप की आलोचना कर रहें हों,
आप पर चिल्ला रहे हो,या आप का दिल दुखा रहे हों
परेशान ना हो बस एक बात याद रखें
"हर खेल में दर्शक ऐसा ही करते हैं,लेकिन खिलाडी़ अपना काम करते रहते हैं"
दो
दुनिया में हर काम के लिए दूसरा मौका अवश्य रहता है
लेकिन याद रखें,
"लेकिन दोबारा जीने का मौका नहीं मिलता,अपने जीवन का पूरा आनन्द उठाये"
तीन
Morning =more + inning
हर सुबह भगवान हमें अपने जीवन का एक और इनिंग खेलने का मौका देते हैं।क्यों ना इसे बेहतर तरीके से खेला जाए.............
चार
दुनिया में सबसे आसान क्या है और सबसे मुस्किल क्या?
आसान-दूसरो की गलती बताना।
मुस्किल-अपनी गलती मानना।
बुधवार, 19 मई 2010
दुनिया कि कोई ताकत सफल होने से नहीं रोक सकती
एक आदमी एक्कीस वर्ष की उम्र में ही मोटर न्यूरोन डिजीज का शिकार हो गया।यह लकवे से भी खतरनाक बिमारी है,इसमें शरीर का कोई अंग काम नहीं करता।वह आदमी तीस से अधिक वर्षों से लकवे से ग्रस्त रहता है।उसकी सिर्फ एक उँगली व दिमाग काम करत है।वह पिछले बीस वर्षों से बोल नहीं सकता।
अब एक दूसरे व्यक्ति की चर्चा करते हैं।वह विश्व का सबसे बडा़ ब्रह्नाण वैज्ञानिक है।उसे आईन्स्टीन के बाद अब तक का सबसे बडा़ वैज्ञानिक माना जाता है।वह कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में गणित का प्रोफेसर है।
आप जान कर हैरान होंगे कि दोनों व्यक्ति एक ही हैं स्टीफन हाकिंग।
अब तीसरे व्यक्ति की चर्चा।वह पृथ्वी पर स्थित छ: खरब लोगों से अलग व खास है।उसकी परिस्थितियाँ हाकिंग से लाख गुना बेहतर है।वह इस दुनिया में सफल होने के लिए आया है।
जब हाकिंग सफल हो सकते हैं,तो उसे दुनिया कि कोई ताकत सफल होने से नहीं रोक सकती।
वह तीसरे व्यक्ति आप हैं।
हम सब का जन्म सफल होने के लिए हुआ है।
सोमवार, 17 मई 2010
प्यारी माँ
प्यारी माँ
वक्त कितना बदल गया है
कल जब हम छोटे थे
और कोई हमारी बात
नहीं समझता था
तब सिर्फ एक हस्ती थी जो
जो हमारे टूटे फूटे अल्फाज
भी समझ जाती थी
और आज हम उसी
हसती को कहते हैं
’आप नहीं जानती’
आप नहीं समझ पाएगीं
आप की बाते मुझे समझ नहीं आती
हो गई आप खुश
बडे़ शर्म की बात है
क्यों है ना?
,चलो उस हसती का सम्मान करें
जो है
’प्यारी माँ’
वक्त कितना बदल गया है
कल जब हम छोटे थे
और कोई हमारी बात
नहीं समझता था
तब सिर्फ एक हस्ती थी जो
जो हमारे टूटे फूटे अल्फाज
भी समझ जाती थी
और आज हम उसी
हसती को कहते हैं
’आप नहीं जानती’
आप नहीं समझ पाएगीं
आप की बाते मुझे समझ नहीं आती
हो गई आप खुश
बडे़ शर्म की बात है
क्यों है ना?
,चलो उस हसती का सम्मान करें
जो है
’प्यारी माँ’
बुधवार, 12 मई 2010
बाकि लोग उन्हें भाग्यशाली मानते हैं।
एक रात बन्जारों का एक समूह सोने की तैयारी कर रहा था।तभी उनके चारो ओर एक दिव्य प्रकाश फैल गया।दिव्य प्रकाश से आवाज आई कि जितने पत्थर बीन सकते हो बीन लो और अगले दिन का इन्तजार करो।
अधिकतर बन्जारे इसे बकवास मानकर सो गये ,कुछ ने बेमन से पत्थर बटोरा कुछ एक ने ढेर सारा पथर बटोरा।
अगले दिन सारे पत्थर हीरे बन गये।जिन्होने इसे बकवास माना वे कुछ समझ ही न पाये और जिन्होंने बेमन से थोडा पत्थर बटोरा था वो अब पछता रहे थे और जिन्होंने लगन से ढेर सारे पत्थर बटोरे थे उनको भाग्यसाली माना गया।
हम लोग भी इन्हीं तीन तरह के लोगों में बटे हुए हैं
१-अधिकतर ये समझ ही नहीं पाते क्या हो रहा है और क्या करना है।
२-कुछ लोग काम तो करते हैं लेकिन बेमन से और अपने भाग्य का रोना रोते हैं।
३-बहुत कम ही लोग हैं जो लगन से काम करते हैं और सफल होते हैं बाकि लोग उन्हें भाग्यशाली मानते हैं।
लेबल:
पत्थर,
बन्जारों,
भाग्यशाली,
prashant adarsh,
prashant karunesh
मंगलवार, 11 मई 2010
बहुत प्रभाव पडता है..........................
एक आदमी समुद्र के किनारे टहल रहा होता है।वह देखता है कि उससे दूर एक आदमी नीचे झुकता है फिर उठता है आगे बढता है फिर झुकता है फिर उठता है और यही काम बार-2 करता है।पहला आदमी तेजी से उसके पास जाता है और देखता है कि समुद्र की लहरों के साथ सैकडों मछलियाँ रेत पर किनारे आ जाती हैं और वह आदमी उनमें से एक को उठाता है और वापस समुद्र में फेंक देता है।
पहला मनुष्य हसता है और कहता है यहाँ तो सैकडो मछलियाँ एक बर मे किनारे आ जा रही हैं तुम्हारे ऐसा करने से क्या प्रभाव पडता है।वह आदमी फिर एक मछली को उठाते हुए कहता है लेकिन इस एक मछली को तो बहुत प्रभाव पडता है..........................
सोमवार, 10 मई 2010
उसमे सिर्फ आप का ही दोस है
मै स्कूल में कुछ सब्जेक्ट में फेल हो गया ,लेकिन मेरे दोस्त हाई मार्क ले कर पास हो गये।
अब वे माइक्रोसाफ्ट कम्पनी मे काम करते है और मै उस कम्पनी का मालिक हूँ। (बिल गेट्स)
अगर आप गरीब पैदा होते हैं तो उसमे आपका कोई दोस नहीं
लेकिन अगर आप गरीब मरते हैं तो उसमे सिर्फ आप का ही दोस है-बिल गेट्स
लेबल:
गरीब,
गेट्स,
फेल,
बिल,
pk,
prashant kumar singh,
quotes,
success quotes
रविवार, 9 मई 2010
क्यों परेशानी गले लगाते हो
एक युद्ध की कहानी जो वियतनाम में लड़ा गया |युद्ध अब समाप्त हो गया था |एक सैनिक जो युद्ध में बुरी तरह जख्मी हो गया था |
वह घर लौटना चाहता है|पर पहले वह अपने घर फोन लगता है और अपने माता पिता से कहता है की वह घर आ रहा है |
उसके माता पिता बहुत खुस होते है|वह फिर कहता है की मेरे साथ मेरा दोस्त भी है |उसके माता पिता कहते है हां हां अवश्य लाओ|फिर सैनिक कहता है की दरअसल बात यह है की मेरा दोस्त युद्ध में अपना एक पैर व हाथ गवा चुका है|
अब उसके माता पिता कुछ देर के लिए चुप हो जाते है तथा कहते है की क्यों परेशानी गले लगाते हो उसे उसके घर जाने दो|
वह सैनिक फिर फोन रख देता है|कुछ देर तक वह सोचता है तथा दूसरी मंजिल से छलांग लगा देता है |दरअसल उसी का हाथ व पैर युद्ध में जख्मी हो गया था.......................................
शुक्रवार, 7 मई 2010
आप स्मार्ट व गरीबो के मददगार हो सकते हैं
क्या आप गरीबो की मदद करना चाहते हैं?
क्या आप भूखो को भोजन दिलाना चाहते है?
अगर हम सफल होना चाहते है तो पहले हमें दूसरों को सफल करना होगा हम खुद ब खुद सफल हो जायेंगे
अब आप कहेंगे की हम कैसे दूसरों की मदद कर सकते हैं जब हमारे पास ही पर्याप्त नहीं है|
तरीका मै बताता हूँ-
आप www.freerice.com पर जा के vocabulary गेम खेल सकते हैं|हर सही जवाब पर दस grain चावल गरीबो में वितरित कर दिया जाएगा|
यानी आपकी वर्ड मीनिंग भी बढ़ेगी व आप खुद पर गर्व भी कर सकते हैं की मैंने गरीबो की मदद की
हम सब का जन्म सफल होने के लिए हुआ है|
वार्निंग -इस साईट पर जाकर आप स्मार्ट व गरीबो के मददगार हो सकते हैं|
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