जब हम जीतते हैं तो क्या करते हैं?
कुदते हैं ,चिल्लाते हैं ,खुस होते हैं ,पार्टी मनाते है..............
लेकिन जब हम हारते हैं तो क्या?
तो हमे और ज्यादा खुस होना चाहिए,क्यों?
क्योंकि हमने किसी और को खुस होने,कुदने ,पार्टी मनाने व चिल्लाने का मौका जो दिया है............हमारा एटीच्युड ऐसा ही होना चाहिए........
हम सब का जन्म सफल होने के लिए हुआ है.........................
अगर हम सफल होना चाहते हैं तो,हमें दूसरों को सफल होने में मदद करना चाहिए.................हम खुद ब खुद सफल हो जाएँगे...................
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें