साधारण लोगों को परेशानी,दुख व असफलता अधिक मिलती है,क्यो?
ताकि वो असाधारण बन सकें।
जीवन भर हारने के बाद लिंकन उम्र के आखरी पडा़व पर अमेरिका के राष्ट्रपति बनें,
गाँधी जी साधारण वकील से राष्ट्रपिता कैसे बनें ये हम सब जानते हैं,
विल्मा रूडोल्फ को भगवान ने विकलांग बनाया तभी तो उसने ओलंपिक में तीन स्वर्ण जीत इतिहास बनाया,
कलाम जी को उनकी बहन ने कंगन बेच कर पढा़या,
आईन्स्टीन जन्म के समय मन्दबुद्धि थे,आज दुनिया उन्हें सदी का वैज्ञानिक मानती है,
क्या इतने उदाहरण काफी नहीं,
क्या आप भी अपने आप को असाधारण मानते है?
क्या आप भी परेशान हैं?
क्या आप का भी मजाक उडा़या जाता है?
यदि हाँ,तो खुस हो जाइए
भगवान आप के बारे में कुछ सोच रहा है।
"हम सब का जन्म सफल होने के लिए हुआ है"
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