मै तब तक जुटा रहूँगा जब तक मै सफल ना हो जाऊँ ।
मै इस संसार में हारने के लिये नहीं आया हूँ ,
न ही मेरी शिराओं में असफलता प्रवाहित हो रही है ।
मै कोई भेड़ नहीं जिसे कोई गडिर्या हाँके।
मै एक शेर हूँ और मै भेडो़ की झुँड की तरह
बात करने, चलने और सोने से इंकार करता हूँ।
असफलता की बलिवेदी मेरा भाग्य नहीं बन सकती।
मै तब तक जुटा रहूँगा जब तक मै सफल ना हो जाऊँ ।
शुक्रवार, 26 दिसंबर 2008
नये साल में मै ये करूँगा
अगर मै निराश हूँ तो मै गाऊँगा ।
अगर मै दुखी हूँ तो मै हँसूंगा ।
अगर मै बीमार हूँ तो दुगुना काम करूँगा ।
अगर मुझे डर लगता है तो तेजी से मै आगे बढ़ जाऊँगा ।
अगर मै खुद को हीन समझता हूँ तो नये वस्त्र पहनूँगा ।
अगर मै अनिश्चय की स्थिति में हूँ तो मै अपनी आवाज बढा़ लूँगा ।
अगर मै गरीबी का अनुभव करता हूँ तो मै आगे आने वाले दौलत के बारे में सोचूँगा ।
अगर मै खुद को अयोग्य समझता हूँ तो अपनी पिछली सफलता के बारे में सोचूँगा ।
अगर मै खुद को महत्वहीन समझता हूँ तो मै अपने लक्ष्यों के बारे में सोचूँगा ।
अगर मै दुखी हूँ तो मै हँसूंगा ।
अगर मै बीमार हूँ तो दुगुना काम करूँगा ।
अगर मुझे डर लगता है तो तेजी से मै आगे बढ़ जाऊँगा ।
अगर मै खुद को हीन समझता हूँ तो नये वस्त्र पहनूँगा ।
अगर मै अनिश्चय की स्थिति में हूँ तो मै अपनी आवाज बढा़ लूँगा ।
अगर मै गरीबी का अनुभव करता हूँ तो मै आगे आने वाले दौलत के बारे में सोचूँगा ।
अगर मै खुद को अयोग्य समझता हूँ तो अपनी पिछली सफलता के बारे में सोचूँगा ।
अगर मै खुद को महत्वहीन समझता हूँ तो मै अपने लक्ष्यों के बारे में सोचूँगा ।
बुधवार, 24 दिसंबर 2008
मुझे इतनी उँचाई कभी मत देना
धरती को बौनों की नहीं,
उँचे कद के इन्सानों की जरूरत है,
किंतु इतने उँचे भी नहीं,
कि पांव तले दूब ही न जमें,
कोई कांटा न चुभे, कोई कली न खिले,
न बसंत हो न पतझड़,हो सिर्फ उँचाई का अंधड़,
मात्र अकेलेपन का सन्नाटा,
मेरे प्रभु,मुझे इतनी उँचाई कभी मत देना,
मेरे प्रभु,मुझे इतनी उँचाई कभी मत देना,
गैरों को गले लगा ना सकूं,
इतनी रूखाई कभी मत देना,
**********************
चोटी से गिरने से अधिक चोट लगती है,
अस्थि जुड़ जाती है पीडा़ मन को सुलगाती है,
इसका अर्थ यह भी नहीं कि,
चोटी पर चढ़ने की चुनौती ही ना मानें,
इसका अर्थ यह भी नहीं कि,
परिस्थिति पर विजय पाने की न ठाने॥,
********************************
बुधवार, 3 दिसंबर 2008
सफल होने के लिये प्लान जरूरी
एक बार एक मक्खी को कमरें में बन्द कर
दिया गया ,और कहा गया कि तुम्हें १२ घंटे
में इसमें से बाहर निकलना है।मक्खी बहुत
ही आशावादी व उत्साहित थी,वह दूर से उड़ती
हुई आती है और दिवार से टकरा जाती है,वह
बार-बार ऐसा करती है हार नहीं मानती है
और अन्त में वीर गति को प्राप्त हो जाती है।
अब दूसरी मक्खी को यही कार्य दिया जाता
है,वह पहले ६ घंटे सोचती है फिर बगल में
एक छेद देखती है और उससे निकल जाती
है।
केवल उत्साहित व आशावादी होने से कुछ
नहीं होता सफल होने के लिये आपके पास
प्लान होना चाहिये।
दिया गया ,और कहा गया कि तुम्हें १२ घंटे
में इसमें से बाहर निकलना है।मक्खी बहुत
ही आशावादी व उत्साहित थी,वह दूर से उड़ती
हुई आती है और दिवार से टकरा जाती है,वह
बार-बार ऐसा करती है हार नहीं मानती है
और अन्त में वीर गति को प्राप्त हो जाती है।
अब दूसरी मक्खी को यही कार्य दिया जाता
है,वह पहले ६ घंटे सोचती है फिर बगल में
एक छेद देखती है और उससे निकल जाती
है।
केवल उत्साहित व आशावादी होने से कुछ
नहीं होता सफल होने के लिये आपके पास
प्लान होना चाहिये।
दुनिया का सबसे असफल आदमी
एक आदमी की कहानी
जो पहले स्टोर कीपर बना
परन्तु असफल रहा
फिर इंजीनियरिंग की
पढ़ाई की ,अफसोस
असफल रहा
सेना में कप्तान बना परन्तु
निकाल दिया गया
उसने एक युवती से प्रेम किया
पर सादी से पहले ही वह युवती
टपक गई(भगवान को प्यारी)
कानून की पढा़ई की और
जबर्दस्त असफलता हासिल
की
राजनीत में कदम रखा
और आरम से दस बारह
चुनाव हार गया
आप जानना चाहेंगे वह आदमी कौन था
वह और कोई नहीं अमेरिका के महान
राष्ट्रपति लिंकन ही थे।
जो पहले स्टोर कीपर बना
परन्तु असफल रहा
फिर इंजीनियरिंग की
पढ़ाई की ,अफसोस
असफल रहा
सेना में कप्तान बना परन्तु
निकाल दिया गया
उसने एक युवती से प्रेम किया
पर सादी से पहले ही वह युवती
टपक गई(भगवान को प्यारी)
कानून की पढा़ई की और
जबर्दस्त असफलता हासिल
की
राजनीत में कदम रखा
और आरम से दस बारह
चुनाव हार गया
आप जानना चाहेंगे वह आदमी कौन था
वह और कोई नहीं अमेरिका के महान
राष्ट्रपति लिंकन ही थे।
हर काली रात के बाद सुहानी सुबह जरूर आती है।
मेरा फ़ेवरेट विडिओ
वैसे तो यह अंग्रेजी में है पर
हैएकदम पावरफुल यह आपको
सोचनेपर मजबूर कर देगा।
सायद यह आपव आप की सफलता
के पहले वालाकदम साबित हो।
हम सब का जन्म सफल होने के लिये हुआ है।
हैएकदम पावरफुल यह आपको
सोचनेपर मजबूर कर देगा।
सायद यह आपव आप की सफलता
के पहले वालाकदम साबित हो।
हम सब का जन्म सफल होने के लिये हुआ है।
सोमवार, 1 दिसंबर 2008
मरफी के नियम-३
- विश्व की महानतम खोजों के पीछे मानवीय भूलों का हाथ होता है।
- यदि आप समझते हैं कि आप विज्ञान या औरत या कंप्यूटर को जानते हैं तो सही मायने में आप विशेषज्ञ नहीं हैं।
- प्रमेय-हर सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है।
- उपप्रमेय-हर असफल आदमी के पीछे दो औरतों का हाथ होता है।
- बास के आगे और गधे के पीछे कभी ना चलें।
- पीठ पर साबासी की थपकी और कुल्हे पर लात पड़ने के बीच कुछ इन्च का अन्तर होता है।
- सफलता भाग्य पर ही निर्भर करती है किसी भी असफल से पूछ के देख ले।
- जो चीज गूगल में ना मिले उसका अस्तित्व ही नहीं है।
- जो ब्लाग आप अरूचि पूर्वक लिखते हैं उस पर आप को ढेरों प्रशंसा मिलती है।
- किसी आफिस में किसी अधिकारी का अधिकार उसके द्वारा रखे जाने वाले पेनों की संख्याके विलोमानुपाती होता है।
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